Source : HindiLok
बीजिंग, 17 दिसंबर
नई तकनीक के मोबाइल रखना हर किसी की चाह हो सकती है लेकिन क्या मोबाइल का यह मोह किसी पर इस कदर सवार हो सकता है कि वे अपने बच्चे को ही बेच दे। चीन के शहर चोंगकिंग में एक ऎसा ही वाकया देखने को मिला है। यहां पर एक दम्पति ने मोबाइल खरीदने के लिए अपने छह दिन के बेटे को मात्र 17 हजार रूपए में बेच दिया।
शंघाई डेली में प्रकाशित खबर के मुताबिक इस बच्चे के पिता का कहना है कि उनके पास नौकरी नहीं थी और उन्हें मोबाइल फोन की जरूरत थी। बेरोजागार होने से बच्चे की देखभाल बेहद मुश्किल हो रही थी। इसलिए उन्होंने यह कदम उठाया। हालांकि बच्चे की मां का कहना है कि वह बच्चे को वापस ले कर उसे पालना चाहती है।
पुलिस का कहना है कि दम्पति बच्चे को पालने में असमर्थ हैं। इस समय बच्चे को अस्पताल में रखा गया है। कुछ लोगों का कहना है कि इस बच्चे को दो बार बेचा गया। पहले खरीददार ने बच्चे को फिर से करीब 70 हजार रूपए में बेच दिया। ज्ञातव्य है कि चीन में बेऔलाद दम्पतियों में नवजात शिशुओं को खरीदने की होड़ रहती है।
नई दिल्ली, 6 जुलाई
बरसात का मौसम है और ऐसे में चाय की मीठी चुस्कियों का कोई जवाब नहीं है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि चाय की यह चुस्कियां न केवल आपको आनंद ही देती हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिये भी बेहद फायदेमंद हैं। एक ताजा शोध में यह बात पता चली है कि चाय पीना स्वास्थ्य के लिये बेहद फायदेमंद है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि दिन में तीन या चार कप चाय पीना सेहत को उतना ही फायदा पहुंचता है, जितना कि बहुत सारा पानी पीने से होता है, यहां तक कि उससे भी ज्यादा।
इस ताजा शोध में उन पुरानी बातों को नकारा गया है, जिनमें यह कहा जाता था कि चाय डिहाईड्रेट कर देती है। इस रिसर्च में पाया गया कि चाय शरीर को न केवल पानी जितनी तरलता पहुंचाता है, बल्कि इसके साथ ही यह दिल की बीमारियों और कैंसर के ईलाज में भी मददगार साबित होता है।
शोधकर्ता कहते हैं
पुराने शोधों के अनुसार पेय और ह्दय संबंधी रोगों के बीच एक संबंध स्थापित हो चुका है। हमें उम्मीद है कि इस नये शोध के बाद चाय के फायदों के बारे में लोगों को बेहतर जानकारी मिलेगी।
इस रिसर्च में बताया गया है कि एक से आठ कप तक चाय पीना दिल को फायदे पहुंचाता हैं साथ ही साथ कई जटिल रोगों से शरीर को बचाते भी हैं। लेकिन, यहां यह बात याद रखने वाली है कि यहां बात कप की जा रही है, आठ दस 'दैत्याकार' मग या गिलास की नहीं।
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लंदन, 24 जुलाई
शराब का सेवन करने वाले बुजुर्गो के लिए शराब का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि रात का भोजन करने के बाद एक या दो पैग शराब का सेवन करने वाले बुजुर्गो में दिल की बीमारी, मधुमेह तथा मानसिक विकृति के खतरों को कम कर सकता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि एक या दो पैग लेने वाले बुजुर्गो की मृत्यु दर में 30 फीसदी की कमी हो सकती है। रात का भोजन करने के बाद शराब पीने का आनंद लेना अच्छा साबित हो सकता है क्योंकि शराब से भोजन जल्दी पच सकता है। ऐसे में इसका सेवन करने वाले अपने आपको काफी हल्का महसूस करेंगे।
स्थानीय समाचार पत्र 'डेली मेल' के मुताबिक वेस्टर्न आस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने इस प्रभाव को जानने के लिए 65 वर्ष से अधिक लगभग 25,000 लोगों पर यह प्रयोग किया।
अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान फोरम ऑन एल्कोहल रिसर्च से संबद्ध हेलेना कानीबियर ने कहा, "अधिकांश बुजुर्गो की मौत धमनियों के बंद हो जाने से होती है। धमनियों के बदं हो जाने से रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। इस वजह से मानसिक विकृति, दिल की बीमारियां और कई तरह के दौरे पड़ने का खतरा बना रहता है।"
हेलेना कहती हैं, "शराब रक्त को पतला बना देता है और धमनियों के सूजन को कम कर उन्हें खुला रखने में सहायता करता है। यह इंसुलिन बढ़ाने में मदद भी करता है जिससे मधुमेह होने का खतरा कम हो जाता है।"
न्यूयार्क, 31 जुलाई
अमेरिका के इंडियानापोलिस शहर में चार वर्षीय बच्चे ने रसोईघर में एक मेज पर रखी पिस्तौल को उठाकर गोली चला दी जिससे उसके पिता की महिला मित्र की तीन वर्षीय बेटी की मौत हो गई।
पुलिस अधिकारी जेफ डुहामेल ने बताया कि बच्चे ने बच्ची के सिर को निशाना बनाते हुए पिस्तौल चला दी थी।
स्थानीय समाचार पत्र 'एडीलेड नाउ' के मुताबिक बच्ची की 26 वर्षीय माता फियोना ली घटना के समय घर में ही मौजूद थी जिसे बच्ची के प्रति लापरवाही बरतने और मादक पदार्थ रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने घर के अंदर से कोकीन और गांजा भी बरामद किया।
पुलिस के मुताबिक बच्चे के पिता कर्टिस व्हाइट घटना के बाद से ही फरार हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पिस्तौल ली और व्हाइट में से किसकी थी।
बीजिंग, 31 जुलाई
चीन के सिले-सिलाए वस्त्रों में ऐसे रंगों के उपयोग की बात सामने आई है जिनसे कैंसर हो सकता है। इस खुलासे से चीन के वस्त्रों के खरीददार चिंतित हैं।
'ग्लोबल टाइम्स' समाचार पत्र के मुताबिक बीजिंग की म्युनिसिपल ब्यूरो ऑफ इंडस्ट्री एण्ड कॉमर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि देश में कपड़ों के 65 ब्रांड गुणवत्ता परीक्षण में असफल साबित हुए हैं।
'चाइना टेक्सटाइल न्यूज' के मुताबिक बीजिंग स्थित एक कंपनी के सिले हुए कोट में एरोमेटिक एमीन नाम का कैंसर पैदा करने वाला पदार्थ पाया गया है जिसे वर्ष 2006 में सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था। इस तरह के जहरीले रंगों को धोकर साफ नहीं किया जा सकता और ये मानव शरीर की त्वचा द्वारा सोख लिए जाते हैं। लंबे समय तक इनके संपर्क में रहने से कैंसर हो सकता है।
इस कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक कंपनी हर साल पांच करोड़ से 10 करोड़ युआन की कीमत के कपड़ों की बिक्री करती है।
हांग-कांग स्थित एक कंपनी द्वारा बनाए जा रही पैंट में भी इसी तरह के जहरीले रंगों का उपयोग किया जा रहा है।
कुछ अन्य कंपनियों के उत्पादों में मानव त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले फारमेल्डाइड नामक पदार्थ का उपयोग किया जा रहा है।
म्युनिसिपल ब्यूरो ऑफ इंडस्ट्री एण्ड कॉमर्स ने कहा कि वह इन वस्त्रों के निर्माताओं को अब तक बेचे गए उत्पादों को खुदरा कारोबारियों से वापस लेने के लिए दबाव डालेगा।
पटना, 31 जुलाई
लड़कियों के विवाह में लोगों द्वारा हर तरह की मदद की बात तो आपने सुनी होगी लेकिन बिहार का एक गांव ऐसा भी है, जहां लड़कियों की डोली तभी उठती है जब 'रंगदारी' दी जाए। बिना रंगदारी चुकाए अगर विवाह हो जाए तो संबंधित परिवार की खैर नहीं। रंगदार उस परिवार के साथ जोर-जबरदस्ती पर उतारू हो जाते हैं।
कटिहार जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर मनिहारी थाना क्षेत्र के चिमूरतला गांव के लोग यह सब झेलने के लिए विवश हैं। इस गांव में किसी घर बारात आए या वे कहीं बारात लेकर जाएं तो उन्हें रंगदारी देनी ही पड़ती है। यहां के लोगों ने इसे 'डोली टैक्स' का नाम दे दिया है।
महियारपुर ग्राम पंचायत के इस गांव में गत 14 जुलाई की रात एक परिवार को 'डोली टैक्स' न चुका पाने का खामियाजा भुगतना पड़ा। इस गांव की एक लड़की पुतुल की शादी हुई लेकिन परिवारवाले गरीबी की वजह से रंगदारी की रकम नहीं दे सके। इसके बाद रंगदारों ने पुतुल के घर में घुसकर गोलीबारी की। इससे पुतुल की नानी की मौत हो गई।
पुतुल की मां मसोमात सतमा कहती हैं, "रंगदारी वसूलने वालों ने हमसे 2,000 रुपये और लड़के वालों से 5,000 रुपये, शराब और मुर्गे का खर्च मांगा था। हम गरीब हैं, इतनी रकम नहीं दे पाए। इसलिए उन लोगों ने हमारे घर में घुसकर गोलियां चलाईं।"
वह बताती हैं कि उन लोगों ने थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।
गांव की ही बसंती देवी बताती हैं, "हमने दो बेटियों की शादी तो 'डोली टैक्स' देकर कर दी लेकिन बाकी दो बेटियों की शादी में क्या होगा? इसको लेकर हमेशा चिंता बनी रहती है।"
वह बताती हैं कि उनका एक दामाद 'टैक्स' नहीं चुका पाया था, इसी डर से इस गांव में कभी नहीं आता।
वहीं, राजेश मंडल का कहना है, "अगर बच्चों को जन्म दिया है तो विवाह भी करना है। इसलिए हम 'टैक्स' दे देते हैं।"
वह बताते हैं कि परिवार की आर्थिक हैसियत के आधार पर 'टैक्स' की मांग की जाती है। यह रकम 5,000 रुपये से लेकर 30,000 रुपये तक हो सकती है। लड़की वालों से ही नहीं लड़के वालों से भी 'टैक्स' वसूला जाता है।
मनिहारी अनुमंडल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) सुबोध विश्वास ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी है। मामले की जांच की जा रही है। साथ ही आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी भी की जा रही है।